फूलों की घाटी और हेमकुंड ट्रेक (08 दिन और 07 रातें)


वैली ऑफ फ्लॉवर्स


विवरण 

फूलों की घाटी
नमस्कार दोस्तों आज मै आपके लिए लेकर आया हूँ उत्तराखंड के हिमालय में स्थित एक परियों का इलाका है जो बर्फ और पहाड़ों से ढके, समुद्र के स्तर से 3600 मीटर ऊपर है। कहानियां आमतौर पर यात्रियों के बारे में होती हैं जो घाटी के फर्श पर फूलों की भारी सुगन्ध से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।हर साल घाटी मे बर्फ पिघलने के बाद, रंग बिरंगे और विभिन्न प्रकार के फूलों के साथ कवर किया जाता है, जैसे जैसे ही महीनों की प्रगति होती है। यह ट्रेकर्स और फूलों के प्रेमियों, ब्रह्मकमल, ब्लू पोपी और कोबरा लिली जैसे फूलों के लिए सबसे अच्छी जगह बन जाती है।
ट्रेक
यह यात्रा ऋषिकेश से शुरू होती है और ऋषिकेश से जोशीमठ तक की 11 घंटे की यात्रा का अनुसरण करती है। जोशीमठ से गोविंदघाट तक और गोविंदघाट से घांघरिया तक वापस आते हैं। यह सबसे कठिन लेकिन सुखद यात्रा है।

फूलों की घाटी घांघरिया से 3 किलोमीटर की चढ़ाई पर है, जो चट्टानों और पहाड़ों से घिरी लक्ष्मण गंगा नदी पर बने एक पुल को पार करके आती है। यह योग, ध्यान और ट्रेकर्स के लिए सबसे अच्छी जगह है जो एक खूबसूरत जगह की तलाश में हैं।

फूलों की घाटी और हेमकुंड ट्रेक


दिन 01: हरिद्वार: 

हरिद्वार
पहले दिन हरिद्वार पहुंचे और होटल में स्थानांतरण और शाम को दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए रखे, जिसमे हर की पौड़ी पर स्नान, मनसा देवी और चंडी देवी के दर्शन करे और शाम की गंगा आरती का आनंद उठाए और रात भर होटल में आराम करे।

दिन 02: हरिद्वार - जोशीमठ: 

जोशीमठ
अगले दिन सुबह में जल्दी नास्ता करके जोशीमठ के लिए प्रस्थान करें , जोशीमठ के बाद देव प्रयाग भी जाएँ और पवित्र गंगा नदी भी देखें। शाम को जोशीमठ में होटल में चेक इन करें लोकल स्थानों का भ्रमण करे फिर रात भर होटल में रुकें।

दिन 03: जोशीमठ - गोविंदघाट: 

फूलों की घाटी
अगली सुबह में जोशीमठ में नाश्ते का आनंद ले और गोविंदघाट के लिए निकले जो की ट्रेक का शुरुआती बिंदु है। यहाँ होटल में ठहरे, शाम को आस पास का दौरा करें और रात भर होटल में रुकें।

दिन 04: घांघरिया - फूलों की घाटी - घांघरिया: 


चौथा दिन, आज से हमारे पैदल ट्रेक की शुरुआत हुई। हम निकले घांघरिया ट्रेक की ओर जो हमें लेकर गयी फूलों की घाटी तक। यह घाटी 10kms लंबा और 2kms चौडी है। इस घाटी में विभिन प्रकार के, रंग बिरंगे फूलो की भरमार है। फूलो की खुश्बू से यह घाटी हमेशा महकती रहती है। पूरा दिन वहाँ बिता कर शाम तक वापस घांघरिया लौटें और रात भर होटल में रुकें।

दिन 05: घांघरिया-हेमकुंड: 

हेमकुंड साहिब
घांघरिया में सुबह का नाश्ता करने के बाद हम हेमकुंड साहिब की ओर यात्रा के लिए निकले। घांघरिया से हेमकुंड की दुरी लगभग 6 किलोमीटर की है, जिसे पूरा करने में 3-4 घंटे का समय लगता है। हेमकुंड पहुंच कर गुरुद्वारा के दर्शन करे और आसपास की खूबशूरती का आनंद ले और झील देखें, शाम तक वापस घांघरिया लौट आएं। रात में होटल में रुकें।

दिन 06: घांघरिया - गोविंद घाट - जोशीमठ: 


सुबह में, नाश्ता करें और गोविंद घाट की ओर चलें और फिर  जोशीमठ की ओर चलें। जोशीमठ के होटल में चेक-इन करें और दर्शनार्थ जाएं। रात को होटल में रहें।

दिन 07: जोशीमठ-ऋषिकेश / हरिद्वार: 

हेमकुंड साहिब

अगली सुबह आप जोशीमठ से ऋषिकेश / हरिद्वार की ओर यात्रा की शुरुआत करे और शाम को ऋषिकेश/हरिद्वार पहुँचे। होटल में चेक इन करें और रात भर होटल में रुकें।

दिन 08: ऋषिकेश / हरिद्वार: 


अगर आप ऋषिकेश में रुकते है तो आखरी दिन आप सुबह का नाश्ता करने के बाद, रिवर राफ्टिंग का आनन्द ले सकते है या स्थानीय बाजार और मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। शाम को दिल्ली की ओर कूच कर सकते हैं।

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