वैली ऑफ फ्लॉवर्स
विवरण
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फूलों की घाटी |
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ट्रेक |
फूलों की घाटी घांघरिया से 3 किलोमीटर की चढ़ाई पर है, जो चट्टानों और पहाड़ों से घिरी लक्ष्मण गंगा नदी पर बने एक पुल को पार करके आती है। यह योग, ध्यान और ट्रेकर्स के लिए सबसे अच्छी जगह है जो एक खूबसूरत जगह की तलाश में हैं।
फूलों की घाटी और हेमकुंड ट्रेक
दिन 01: हरिद्वार:
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हरिद्वार |
दिन 02: हरिद्वार - जोशीमठ:
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जोशीमठ |
दिन 03: जोशीमठ - गोविंदघाट:
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फूलों की घाटी |
दिन 04: घांघरिया - फूलों की घाटी - घांघरिया:
चौथा दिन, आज से हमारे पैदल ट्रेक की शुरुआत हुई। हम निकले घांघरिया ट्रेक की ओर जो हमें लेकर गयी फूलों की घाटी तक। यह घाटी 10kms लंबा और 2kms चौडी है। इस घाटी में विभिन प्रकार के, रंग बिरंगे फूलो की भरमार है। फूलो की खुश्बू से यह घाटी हमेशा महकती रहती है। पूरा दिन वहाँ बिता कर शाम तक वापस घांघरिया लौटें और रात भर होटल में रुकें।
दिन 05: घांघरिया-हेमकुंड:
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हेमकुंड साहिब |
दिन 06: घांघरिया - गोविंद घाट - जोशीमठ:
सुबह में, नाश्ता करें और गोविंद घाट की ओर चलें और फिर जोशीमठ की ओर चलें। जोशीमठ के होटल में चेक-इन करें और दर्शनार्थ जाएं। रात को होटल में रहें।
दिन 07: जोशीमठ-ऋषिकेश / हरिद्वार:
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हेमकुंड साहिब |
अगली सुबह आप जोशीमठ से ऋषिकेश / हरिद्वार की ओर यात्रा की शुरुआत करे और शाम को ऋषिकेश/हरिद्वार पहुँचे। होटल में चेक इन करें और रात भर होटल में रुकें।
दिन 08: ऋषिकेश / हरिद्वार:
अगर आप ऋषिकेश में रुकते है तो आखरी दिन आप सुबह का नाश्ता करने के बाद, रिवर राफ्टिंग का आनन्द ले सकते है या स्थानीय बाजार और मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। शाम को दिल्ली की ओर कूच कर सकते हैं।
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